अवैध खनन माफिया के इशारों पर नाच रहा प्रशासन, शारदा नहर बनी मिट्टी का ढेर

कमलापुर (सीतापुर)। उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के कमलापुर क्षेत्र में अवैध खनन धड़ल्ले से जारी है, और प्रशासन मूकदर्शक बना हुआ है। शारदा सहायक नहर पर ग्राम पंचायत महोली और ग्राम पंचायत बेहड़ा बैकुंठपुर के बीच बीते तीन दिनों से अवैध खनन का खेल खुलेआम चल रहा है, लेकिन अब तक किसी अधिकारी ने हस्तक्षेप नहीं किया है।
“प्रशासन को खरीद लिया है”, ठेकेदार का दावा
खनन कार्य में लिप्त ठेकेदार प्रखर पाण्डेय का बयान चौंकाने वाला है। उन्होंने खुलकर कहा कि,“मेरा ठेका भी यहाँ का नहीं है, फिर भी काम कर रहे हैं। प्रशासन को खरीद लिया है। हम सपाई हैं, जुगाड़ बना ही लेते हैं। सरकार कोई भी हो, कोई रोक नहीं सकता।”
यह बयान कानून-व्यवस्था और सरकारी कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है। इतना ही नहीं, स्थानीय थाने के सामने ही मिट्टी डंप की जा रही है, जिससे स्पष्ट है कि पुलिस की मौजूदगी में भी यह अवैध कार्य बेधड़क जारी है।
नहर की हालत बदतर, किसानों की चिंता गहरी
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पिछले तीन दिनों से दिन-रात लगभग 6 डंपर लगातार खनन कार्य में लगे हुए हैं। नहर की स्थिति इतनी दयनीय हो चुकी है कि वह अब नाले जैसी दिख रही है। नहर का पानी किसानों के लिए जीवनरेखा है, लेकिन इस अवैध खनन से सैकड़ों किसानों की सिंचाई व्यवस्था संकट में पड़ गई है।
प्रशासन बना ‘मूकदर्शक’, कोई अधिकारी फोन तक नहीं उठा रहा
जब इस संबंध में खबर लिखे जाने तक प्रशासनिक अधिकारियों से संपर्क करने की कोशिश की गई, तो किसी ने भी फोन रिसीव करना जरूरी नहीं समझा। इस उदासीनता से साफ झलकता है कि प्रशासनिक तंत्र की पकड़ माफिया के सामने कमजोर पड़ रही है।
सरकार की मंशा पर सवाल
जहाँ एक ओर राज्य सरकार किसानों को हरसंभव मदद और राहत देने की बात कर रही है, वहीं दूसरी ओर जमीनी हकीकत कुछ और ही तस्वीर दिखा रही है। प्रशासन की यह चुप्पी और माफिया की यह दबंगई सरकारी मंशा और योजनाओं पर पानी फेरती नजर आ रही है।
- शारदा सहायक नहर पर तीन दिन से अवैध खनन जारी
- ठेकेदार ने खुद स्वीकारा: “प्रशासन को खरीद लिया है”
- थाने के सामने ही डंप की जा रही है मिट्टी, पुलिस बेखबर
- किसानों की सिंचाई संकट में, नहर की हालत नाले जैसी
- किसी अधिकारी ने नहीं उठाया फोन, प्रशासन चुप
- शासन की मंशा को नुकसान, माफिया बेखौफ