उत्तर प्रदेश

कांवड़ यात्रा 2025: मेरठ में हाईलेवल मीटिंग, DGP-प्रमुख सचिव ने दिए सख्त निर्देश

उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित कमिश्नरी सभागार में आगामी कांवड़ यात्रा 2025 की तैयारियों को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक आयोजित की गई। इस अहम बैठक में प्रदेश के पुलिस महानिदेशक (DGP) राजीव कृष्णा और प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

बैठक में कानून-व्यवस्था, स्वास्थ्य, बिजली, सफाई, डीजे साउंड और भीड़ प्रबंधन जैसे अहम मुद्दों पर सख्त दिशा-निर्देश दिए गए।

होटल-ढाबों की चेकिंग पुलिस नहीं करेगी: DGP राजीव कृष्णा

DGP राजीव कृष्णा ने बैठक में साफ किया कि अब किसी भी होटल, ढाबे या दुकान की चेकिंग पुलिस या किसी भी स्वयंभू समूह द्वारा नहीं की जाएगी।“इसके लिए सिर्फ फूड सेफ्टी डिपार्टमेंट अधिकृत होगा। कोई भी व्यक्ति या संगठन अपने स्तर पर चेकिंग नहीं कर सकता।” इस कदम से गैर-जिम्मेदाराना चेकिंग और संभावित टकराव को रोकने की कोशिश की जा रही है।

डीजे की साउंड लिमिट और कांवड़ साइज तय

  • डीजे साउंड की अधिकतम सीमा 75 डेसीबल रखी गई है।
  • कांवड़ की ऊंचाई 10 फीट और चौड़ाई 12 फीट से अधिक नहीं होनी चाहिए।
  • रुड़की से मुजफ्फरनगर तक का क्षेत्र सबसे संवेदनशील माना गया है, यहां डीजे और कांवड़ की असेंबली होती है।

DGP ने साफ कहा:

“अगर किसी कांवरिए की कांवड़ तय मापदंडों से बड़ी पाई गई, तो उसे उसी स्थान पर रोका जाएगा और कानूनी कार्रवाई की जाएगी।”

साफ-सफाई और पानी की व्यवस्था पर फोकस: प्रमुख सचिव

प्रमुख सचिव मनोज कुमार सिंह ने यात्रा मार्ग पर खाने-पीने, साफ-सफाई और स्वास्थ्य को लेकर कई निर्देश दिए:

  • शुद्ध वेजिटेरियन भोजन की व्यवस्था अनिवार्य होगी।
  • फूड सेफ्टी विभाग हर शिविर, ढाबे और होटल में निगरानी करेगा।
  • सफाई कर्मियों और होटल कर्मचारियों को प्रशिक्षण देने का निर्देश।
  • नहर पटरी का मरम्मत कार्य युद्ध स्तर पर, 700 किलोमीटर में से 25 किमी शेष, 2-3 दिन में पूर्ण करने का लक्ष्य।

बिजली और सुरक्षा इंतज़ाम

  • ट्रांसफॉर्मर और पोल पूरी तरह से कवर्ड होने चाहिए।
  • बिजली विभाग को निर्देश दिए गए कि किसी भी शॉर्ट सर्किट या हादसे से पहले सभी सुरक्षा प्रबंध पूरे कर लिए जाएं।

भीड़ प्रबंधन और रेलवे से समन्वय

  • आगरा, बरेली, मुरादाबाद जैसे शहरों में 23 जुलाई के बाद भी भारी भीड़ रहने की आशंका, अधिकारियों को सतर्क रहने का निर्देश।
  • रेलवे अफसरों से समन्वय, ट्रेन की छत पर किसी कांवरिए के सफर पर रोक।
  • भीड़ नियंत्रण के लिए सभी राज्यों के अधिकारियों को जोड़ा गया, एक व्हाट्सएप ग्रुप के जरिए रियल टाइम अपडेट साझा होंगे।

शहरों के अंदर नहीं चलेंगे बड़े डीजे

  • प्रमुख सचिव ने कहा कि बड़े डीजे केवल बाईपास या निर्धारित स्थानों पर ही लगाए जाएंगे, उन्हें शहर के भीतर आने की अनुमति नहीं दी जाएगी।

4 करोड़ से ज्यादा कांवड़ियों की संभावना

पिछले वर्ष कांवड़ यात्रा में लगभग 4 करोड़ श्रद्धालु शामिल हुए थे। इस वर्ष यह संख्या और भी ज्यादा होने का अनुमान है। इसी को देखते हुए सरकार पूरी तरह सतर्क और सख्त मोड में है।

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