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अमिताभ बच्चन की कॉलर ट्यून बनी परेशानी का सबब, सोशल मीडिया पर उठी बंद करने की मांग


नई दिल्ली | एक समय में लोगों के दिलों की धड़कन रही सदी के महानायक अमिताभ बच्चन की आवाज अब मोबाइल कॉल से पहले एक झुंझलाहट भरी बाधा बन चुकी है। साइबर सुरक्षा को लेकर सरकार की ओर से जारी किया गया कॉलर ट्यून संदेश, अब सोशल मीडिया पर गुस्से और शिकायतों का कारण बन गया है।

हर कॉल से पहले 40 सेकेंड का संदेश, लोगों की परेशानी बढ़ी

सरकार ने साइबर फ्रॉड के खतरे को देखते हुए 2023 में यह फैसला लिया था कि हर कॉल से पहले अमिताभ बच्चन की आवाज में एक सावधान करने वाला संदेश चलाया जाएगा, जिसमें कहा जाता है:

“संदिग्ध लिंक या अनजाने ओटीपी को शेयर न करें, साइबर ठगी से बचें…”

लेकिन अब यह संदेश हर कॉल से पहले आ रहा है, चाहे कॉल कितनी भी जरूरी क्यों न हो। यही नहीं, इमरजेंसी कॉल्स के दौरान भी यह बाधा बनकर सामने आ रहा है।

एक उदाहरण में बताया गया कि एक एयर इंडिया विमान ने 32 सेकेंड में टेकऑफ करते ही हादसे का शिकार हो गया। सोचिए, अगर उस समय कोई मदद के लिए कॉल कर रहा हो और 40 सेकेंड तक अमिताभ बच्चन की आवाज सुननी पड़े — तो स्थिति कितनी गंभीर हो सकती है।

सोशल मीडिया पर फूटा लोगों का गुस्सा

फेसबुक, एक्स (ट्विटर), इंस्टाग्राम और यूट्यूब जैसे सोशल प्लेटफॉर्म्स पर लोगों ने #RemoveBachchanTune जैसे हैशटैग चलाकर इस कॉलर ट्यून को हटाने की मांग की है।

लोगों का कहना है:

  • “दिन में 10 बार एक ही नंबर पर कॉल करना पड़े तो हर बार बच्चन साहब की आवाज क्यों सुननी पड़े?”
  • “इमरजेंसी में ये 40 सेकेंड जानलेवा हो सकते हैं।”
  • “कॉलर ट्यून 1 बार बजे तो ठीक, हर बार क्यों?”

तकनीकी पहलू: क्या बेल पहले जाती है?

टेलीकॉम कंपनियों का दावा है कि जब कॉलर बच्चन की आवाज सुन रहा होता है, उस दौरान रिसीवर के फोन पर बेल जा रही होती है। मगर टेलीकॉम एक्सपर्ट्स का कहना है कि नेटवर्क या डिवाइस के हिसाब से कई बार बेल भी इसी के बाद शुरू होती है। यानी कुछ केसों में यह रियल डिले पैदा करता है।

“1 दबाओ, ट्यून हटाओ” – कितना सच?

राजस्थान पुलिस की सब-इंस्पेक्टर आरती सिंह तंवर का वीडियो वायरल हो रहा है जिसमें वह बताती हैं कि कॉल के दौरान कीपैड खोलकर ‘1’, ‘0’ या ‘8’ दबाने से कॉलर ट्यून स्किप हो सकती है। हालांकि, अधिकांश यूज़र्स के अनुभव में यह ट्रिक काम नहीं कर रही है।

ऐसा पहले भी हो चुका है

कोरोना काल में भी एक कॉलर ट्यून—“कोरोना से डरना नहीं है…”—लंबे समय तक बजती रही थी, जिससे लोग परेशान हो गए थे। भारी विरोध के बाद सरकार ने इसे हटाया। अब वही स्थिति साइबर सुरक्षा ट्यून के साथ पैदा हो गई है।

क्या कहता है नियम?

  • यह कॉलर ट्यून भारत सरकार के निर्देश पर टेलीकॉम ऑपरेटर्स (Jio, Airtel, Vi, BSNL आदि) द्वारा लगाया गया है।
  • इसका उद्देश्य लोगों को ऑनलाइन ठगी से सतर्क करना है।
  • दूरसंचार मंत्रालय (DoT) और TRAI के पास हजारों शिकायतें पहुंच चुकी हैं।

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