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एअर इंडिया की बढ़ती तकनीकी समस्याएं: फ्लाइट क्रैश के बाद 4 और विमानों में आई खराबी

अहमदाबाद, अहमदाबाद में एअर इंडिया की फ्लाइट क्रैश के बाद जहां पूरे देश में शोक और चिंता का माहौल है, वहीं बीते 24 घंटों में एअर इंडिया की चार और फ्लाइट्स में तकनीकी खराबियों की खबरों ने यात्रियों की चिंताएं और बढ़ा दी हैं। इस हादसे में अब तक 270 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है, और अब लगातार सामने आ रही तकनीकी खामियों ने एयरलाइन की सुरक्षा प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

घटना 1: हॉन्गकॉन्ग-दिल्ली फ्लाइट AI315

16 जून को AI315 फ्लाइट जो हॉन्गकॉन्ग से दिल्ली के लिए रवाना हुई थी, उड़ान के दौरान तकनीकी समस्या आने के कारण इसे बीच रास्ते से ही लौटना पड़ा। यह फ्लाइट भी उसी बोइंग 787-8 ड्रीमलाइनर विमान से ऑपरेट हो रही थी, जैसा कि क्रैश में शामिल था।

घटना 2: IX1511 हिंडन-कोलकाता फ्लाइट

गाजियाबाद के हिंडन एयरपोर्ट से कोलकाता जाने वाली फ्लाइट IX1511 को टेकऑफ से पहले ही रोकना पड़ा, क्योंकि फ्लाइट में तकनीकी खामी पाई गई। अहमदाबाद हादसे के बाद यात्रियों में घबराहट और बेचैनी साफ देखी गई।

घटना 3: सैन फ्रांसिस्को-मुंबई फ्लाइट AI180

सैन फ्रांसिस्को से कोलकाता होते हुए मुंबई आने वाली फ्लाइट AI180 में भी बाएं इंजन में तकनीकी दिक्कत आई। कोलकाता एयरपोर्ट पर देर रात 12:45 बजे विमान की अनिवार्य जांच के दौरान यह गड़बड़ी मिली। यात्रियों को विमान से सुरक्षित उतार लिया गया और होटल में ठहराया गया।

घटना 4: अहमदाबाद-लंदन फ्लाइट AI159

क्रैश के बाद अहमदाबाद से लंदन जाने वाली पहली फ्लाइट AI159 को तकनीकी गड़बड़ी के चलते रद्द करना पड़ा। यह फ्लाइट दिल्ली से होकर अहमदाबाद पहुंची थी और वहां से लंदन के लिए रवाना होनी थी।

एअर इंडिया पर उठते सवाल

लगातार सामने आ रही तकनीकी दिक्कतें अब एक संयोग नहीं, बल्कि सिस्टम में गहरी खामी की ओर इशारा कर रही हैं। सवाल यह है कि क्या एअर इंडिया पर्याप्त मेंटेनेंस कर रही है? क्या यात्रियों की जान जोखिम में डाली जा रही है?

DGCA और सरकार की भूमिका अहम

इस गंभीर स्थिति में नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) और नागरिक उड्डयन मंत्रालय को तत्काल प्रभाव से जांच करानी चाहिए। यात्रियों की सुरक्षा सर्वोपरि है और इसमें कोई लापरवाही नहीं होनी चाहिए।

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