बचपन की यादों में लौटे केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान, स्मार्ट क्लासरूम का किया उद्घाटन

तालचेर (ओडिशा) – हर किसी के जीवन में स्कूल की यादें खास होती हैं, और जब कोई वर्षों बाद अपने पुराने स्कूल लौटता है, तो भावनाओं का ज्वार थामना मुश्किल हो जाता है। कुछ ऐसा ही अनुभव गुरुवार को केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान का रहा, जब वे अपने बचपन के विद्यालय हांडीधुआं प्राइमरी स्कूल पहुंचे।
भावुक हुए शिक्षा मंत्री
धर्मेंद्र प्रधान ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी भावनाएं साझा करते हुए लिखा:“आज एक बार फिर अपने बचपन के विद्यालय हांडीधुआं प्राइमरी स्कूल, तालचेर में आकर मन भावविभोर हो गया। इस प्रांगण ने मुझे अक्षर ज्ञान दिया, सपनों की उड़ान दी और संस्कारों की नींव रखी।”
शिक्षा मंत्री ने दी स्कूल को कई सौगातें
अपने पुराने स्कूल को शिक्षा मंत्री खाली हाथ नहीं लौटे, बल्कि उन्होंने वहां कई विकास कार्यों का उद्घाटन किया:
- स्मार्ट क्लासरूम – बच्चों के लिए तकनीक से लैस आधुनिक शिक्षा का माध्यम।
- हाइजीन किचन – साफ-सुथरे और पोषणयुक्त भोजन की सुविधा।
- नवीकृत विद्यालय भवन और डाइनिंग हॉल – बेहतर अधोसंरचना।
- वृक्षारोपण – “एक पेड़ मां के नाम” अभियान के तहत 76वें वन महोत्सव 2025 में भागीदारी।
शिक्षा के साथ पर्यावरण का संदेश
प्रधान ने पेड़ लगाकर यह संदेश भी दिया कि शिक्षा और पर्यावरण संरक्षण दोनों साथ-साथ चलें। उन्होंने यह कार्यक्रम अपनी मां को समर्पित करते हुए कहा कि एक पेड़ मां के नाम लगाना मेरे लिए आध्यात्मिक अनुभव है।
विकसित भारत 2047 का सपना
शिक्षा मंत्री ने अपने संबोधन में कहा:“नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति के तहत हम ऐसी शिक्षा प्रणाली बना रहे हैं जो जड़ों से जुड़ी हो, समग्र हो और भविष्य की ओर देखती हो। यह बदलाव इन छोटे स्कूलों से ही शुरू होगा।”
उन्होंने हांडीधुआं स्कूल के बच्चों की आंखों में दिख रहे तेज और आत्मविश्वास को भारत के विकसित राष्ट्र बनने के संकल्प से जोड़ा।